अगर आप भी उन लोगों में से है जो डॉक्टर और इंजीनियर बनने का सपना देख रहे है तो ये खबर खास आपके लिए है। हम सभी जानते है कि डॉक्टर या इंजीनियर बनने के लिए टफ एंट्रेंस एग्जाम से गुजरना होता है। खासकर मेडिकल फील्ड में जाने के लिए आपको टफ कॉम्पिटिशन का सामना करना पड़ता है।
वैसे मेडिकल और इंजीनियरिंग के बेस्ट कॉलेज में एडमिशन के लिए आपके पास कई एंट्रेंस एग्जाम का विकल्प होता है लेकिन इन सब में NEET और JEE सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होते है। हर साल लाखों स्टूडेंट NEET और JEE का एग्जाम देते है लेकिन इनमें से बस कुछ ही प्रतिशत लोगों के सिलेक्शन हो पाते है। अगर आप भी इन दोनों में से किसी एक एग्जाम की तैयारी कर रहे है तो आप जानते ही होंगे की बिना किसी कोचिंग की मदद से इन एग्जाम्स को निकाल पाना मुमकिन नही है। अगर आप भी किसी कोचिंग इंस्टीट्यूट में एडमिशन लेने जा रहे है तो आज हम आपको बताने जा रहे है कुछ टिप्स के बारे में जो बेस्ट कोचिंग इंस्टीट्यूट को चुनने में आपकी काफी मदद करेंगे।
इंजीनियरिंग और मेडिकल की प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए कोचिंग इंस्टीट्यूट जॉइन करते समय रखे इन बातों का ख्याल-
1.स्टूडेंट्स का फीडबैक-
अगर आप किसी भी कोचिंग इंस्टीट्यूट में एडमिशन लेने जा रहे है तो वहां पहले पढ़ चुके या पढ़ रहे विद्यार्थियों से जांच-पड़ताल जरूर करें। आप उनसे शिक्षकों, स्टडी मटेरियल, टेस्ट सीरीज, आदि के बारे में फीडबैक ले सकते है। इसके अलावा वहां पढ़ चुके छात्रों का सक्सेस प्रतिशत भी जानने की कोशिश किजिए। इसके पिछले साल कोचिंग इंस्टीट्यूट के कितने प्रतिशत स्टूडेंट JEE और NEET के एग्जाम में टॉप रैंक पर रहे है ये भी जानना जरूरी है।
2.फैकल्टी मेंबर के बारे में जाने-
किसी भी कोचिंग इंस्टीट्यूट में आंखें मूंदकर एडमिशन न लें। एडमिशन से पहले फैकल्टी मेंबर और टीचर के बारे में जरूर जान लें। क्योकिं किसी भी कोचिंग संस्थान की फेकल्टी ही उसकी नींव होती है। एडमिशन लेने से पहले उनके एक्सपीरियंस और उनके सब्जेक्ट के रिजल्ट्स के बारे में अच्छे से जांच-पड़ताल कर लें। इसके अलावा ये भी जानने की कोशिश करें कि वे प्रॉब्लम्स को किस तरह से सॉल्व करते है।
3.फीस स्ट्रक्चर-
एडमिशन लेने से पहले दो-तीन कोचिंग संस्थानों की फीस के बारे में तुलना करके देख लें। कई कोचिंग संस्थानों की फीस बहुत ज्यादा होती है लेकिन उनके रिजल्ट उतने अच्छे नही होते है, तो वहीं कई कोचिंग संस्थानों की फीस कम तो होती है साथ ही उनके रिजल्ट्स भी अच्छे होते है। इसके अलावा कोचिंग संस्थान द्वारा चलाए जा रहे स्कॉलरशिप प्रोग्राम के बारे में भी जानने की कोशिश करें ताकि स्कॉलरशिप की वजह से फीस में आपको कुछ रियायत मिल जाए। फीस स्ट्रक्चर के अलावा टेस्ट सीरीज और बुक्स के शुल्क के बारे में जान लें। स्टडी मटेरियल फीस में कवर हो रहा है या उसका शुल्क अलग से देना है इस बारे में पहले ही पता कर लें।
4.टेस्ट सीरीज के बारे में-
किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में सफलता हासिल करने के लिए टेस्ट और मॉक की प्रैक्टिस करना जरूरी है। इसलिए एडमिशन लेने से पहले टेस्ट सीरीज, मॉक टेस्ट, विकली टेस्ट, मंथली टेस्ट आदि के बारे में जानकारी जरूर ले लें। इसके अलावा ये भी जानने की कोशिश करें की कोचिंग संस्थान ऑनलाइन टेस्ट की सुविधा देता है या नही।
5.प्रॉब्लम सॉल्विंग क्लासेस-
रेगुलर क्लासेस के अलावा कोचिंग संस्थानों में प्रॉब्लम सॉल्विंग क्लासेस भी होती है। अगर आपको किसी टॉपिक में दिक्कतें आ रही है तो आप प्रॉब्लम सॉल्विंग क्लासेस में बैठ सकते है। दरअसल प्रॉब्लम सॉल्विंग क्लासेस का बहुत महत्व होता है कई बार पूरी क्लास के सामने स्टूडेंट अपनी समस्या बताने में कतराते है ऐसे में प्रॉब्लम सॉल्विंग सेशन के दौरान आप अकेले में फैकल्टी से बात कर सकते है।
6.हॉस्टल फैसिलिटी-
अधिकतर विद्यार्थी कोचिंग के लिए किसी दूसरे शहर में जाकर रहते है इसलिए कोचिंग संस्थान के द्वारा चलाए जा रहे हॉस्टल के बारे में भी जानकारी रखना जरूरी है। कोचिंग संस्थान से हॉस्टल की दूरी कितनी है, वहां पर खाने की क्या व्यवस्थाएं है, आदि के बारे में भी अच्छे से जान लिजिए।
अगर आप ड्रॉप लेकर किसी कोचिंग संस्थान में NEET और JEE की तैयारी करना चाहते है तो कोचिंग में एडमिशन लेने से पहले इन कुछ बातों की जांच-पड़ताल जरूर कर लें।