दुनिया में सबसे सुकून भरा करियर ऑप्शन अगर कोई है तो वो है दूसरों की मदद करने वाला जॉब सोशल वर्क का। आज के समय में लोगों के पास धन-दौलत और दुनिया भर की सुख सुविधाएं तो है लेकिन शांति और सुकून नही है। शायद इसलिए हर साल सैकड़ों टेलेंटेड लोग अपनी लाखों की जॉब छोड़कर किसी गांव, आदिवासी क्षेत्र और छोटी सी जगहों में गरीबों, असहायों और जरूरतमंदों के लिए काम करते है ताकि उन्हें आत्मिक शांति मिल सके। अगर आप भी उन्हीं लोगों में से है जो 9 से 5 का जॉब नही करना चाहते और समाज के लिए कुछ करना चाहते है तो आपके लिए समाज सेवा से बेहतर कोई विकल्प नही हो सकता है।
अगर आपको भी लगता है कि समाज सेवा कोई फुल टाइम जॉब नही है तो हम आपको बता दें कि अब वक्त बदल गया है और ये क्षेत्र भी एक उभरता हुआ करियर विकल्प बन गया है। आज सोशल वर्क का मतलब सिर्फ गरीबों और जरूरमंदों की मदद करना ही नही रह गया है बल्कि यह एक बेहतरीन करियर ऑप्शन के रूप आपके सामने है। अगर आपको भी लगता है कि समाज के प्रति आपकी भी कुछ जवाबदेही है तो इस सेक्टर में आपका स्वागत है। हर साल सैकड़ों कॉर्पोरेट कंपनियां और अंतर्राष्ट्रीय एनजीओ भारत में काम करने के लिए आते है जिससे इस क्षेत्र में पहले की अपेक्षा अब करियर के ज्यादा अवसर उपलब्ध है। दरअसल मल्टीनेशनल कंपनियां अपनी सीएसआर (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉसिंबिलिटी) एक्टिविटी के तहत अपना पैसा सोशल सर्विस में लगाती है। जिससे इस क्षेत्र में प्रोफेशनल्स की मांग रहती है।
भारत में एनजीओ की संख्या-
अगर आपको लगता है कि भारत में ज्यादा एनजीओ काम नही कर रहे है तो हम आपको बता दें कि एक रिपोर्ट में बताया गया है कि पूरे भारत में 33 लाख के आसपास एनजीओ विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रहे है। इस फिल्ड में पैसों की कमी भी नही है कई फंडिंग एजेंसियों के जरिए हर साल एनजीओ सेक्टर में अरबों रूपये आते है। इसके अलावा दुनिया के सबसे बड़े दान दाताओं ने भी समाज सेवा के लिए हजारों करोड़ रूपये का डोनेशन दिया है। देश के सबसे बड़े आईटी कारोबारी अजीम प्रेमजी ने 9000 करोड़ रूपये समाज सेवा के लिए देने की बात कही है जो अब तक का दुनिया का सबसे बड़ा डोनेशन बताया गया है। तो कहने का मतलब यही है कि अगर आपको लगता है कि इस सेक्टर में पैसों की कमी है तो ये आंकड़े आपको हैरान कर सकते है।
सोशल वर्क से जुड़े कोर्स-
आज एनजीओ के क्षेत्र में कई अवसरों के चलते सोशल वर्क के कई कोर्स करवाए जा रहे है। देश में ऐसे कई संस्थान और विश्वविद्यालय है जो एनजीओ प्रबंधन और सोशल वर्क से जुड़े डिग्री और डिप्लोमा कोर्स करवाते है। सोशल वर्क में बैचलर डिग्री, मास्टर्स डिग्री और डिप्लोमा कोर्स उपलब्ध है।
प्रमुख संस्थान-
-टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज, मुंबई
-दिल्ली यूनिवर्सिटी, दिल्ली
-एमिटी इंस्टीट्यूट ऑफ एनजीओ मैनेजमेंट, नोएडा
-मदुरै कामराज विश्वविद्यालय, मदुरै तमिलनाडु
-अन्नामलाई विश्वविद्यालय, अन्नामलाई नगर, तमिलनाडु
-लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ
-सेंटर ऑफ सोशल इनीशिएटिव एंड मैनेजमेंट, हैदराबाद
-भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान, गांधीनगर
-जेवियर इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज, रांची
-ग्रामीण प्रबंधन संस्थान, आणंद
यहां मिलेगी नौकरी-
एक प्रोफेशनल को इस फिल्ड में जॉब देने के लिए कई एनजीओ उपलब्ध है, आपको एनजीओ मैनेजर, कम्युनिटी सर्विस प्रोवाइडर, एनजीओ प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर, एनजीओ ह्यूमन रिसोर्स और फाइनेंस मैनेजर के रूप में काम मिल सकता है। कुछ संस्थान है जो आपको जॉब देंगे जैसे मिनिस्ट्री ऑफ यूथ अफेयर, फिक्की, एसओएस विलेज, एफएआरएम, अमर ज्योति चैरिटेबल ट्रस्ट और प्रयास आदि में आपको शुरूआती पैकेज पर आसानी से जॉब मिल सकता है। इसके अलावा मौजूदा समय में एड्स अवेयरनेस प्रोजेक्ट, ग्रामिण स्वास्थय कार्यक्रम, चाइल्ड एब्यूज प्रिवेंशन कमेटी स्ट्रीट चिल्ड्रन एजुकेशन, ड्रग रिहेबिलिटेशन सेंटर, सेक्स वर्कर फोरम जैसी फिल्ड में जॉब के कई अवसर उपलब्ध है।
इतनी मिलेगी सैलरी-
एनजीओ और सोशल वर्क के क्षेत्र में सैलरी के अच्छे मौके है। एक अंतर्राष्ट्रीय एनजीओ आपको बढ़िया सैलरी दे सकता है। इसके अलावा शुरूआती तौर पर आप 10 से 15 हजार रूपये महीना कमा सकते है। कुछ सालों का अनुभव होने के बाद आप एक लाख रूपये से ज्यादा की सैलरी पा सकते है। इसके अलावा एक सोशल वर्कर को रिसर्च, राइटिंग, फिल्ड वर्क आदि से भी पैसे कमाने के मौके मिलते है।