मेडिकल के क्षेत्र में सिर्फ एक ही पेशा नही है डॉक्टर बनने का बल्कि मेडिकल का क्षेत्र बहुत बड़ा है और इसमें करियर की कई अपार संभावनाएं है। आज हम आपको पेरामेडिकल साइंस के बारे में बताने जा रहे है। दरअसल पेरामेडिकल साइंस मेडिकल साइंस के लिए आधार का काम करती है। पेरामेडिकल साइंस में डायग्नोसिस, फिजियोथेरेपी, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी जैसे कई जॉब ऑरिएंटेड कोर्स करवाए जाते है।
आज कुशल पेरामेडिकल प्रोफेशनल की मांग न सिर्फ भारत में है बल्कि अमेरिका, कनाडा, यूके और यूएई जैसे देशों में भी है। पेरामेडिकल में डिग्री, डिप्लोमा से लेकर सर्टिफिकेट तक के कोर्स उपलब्ध है। 12वीं पास करने के बाद कोई भी इन कोर्सों को कर सकता है। इन कोर्स को करने के बाद आपके पास ढेर सारे जॉब ऑप्शन उपलब्ध हो जाते है।
पेरामेडिकल से जुड़े ये कोर्स किये जा सकते है-
1.मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी-
मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी में डिग्री, डिप्लोमा से लेकर शॉर्ट टर्म के सर्टिफिकेट कोर्स भी करवाए जाते है। इस कोर्स में आपको किसी बिमारी को डायग्नोस करना सिखाया जाता है। जब डॉक्टर किसी मरीज के लक्षण देखता है तो उसे किसी बिमारी का संदेह होता है। उस बिमारी की पुष्टि के लिए डॉक्टर जरूरी टेस्ट करवाने के लिए कहता है। तब मरीज का सैंपल लेकर टेस्ट लगाकर उस बिमारी को डायग्नोस करने वाला शख्स ही मेडिकल लैब प्रोफेशनल कहलाता है। लाइफस्टाइल में बदलाव के चलते आज इस फिल्ड में जॉब के कई अवसर उपलब्ध हुए है। आज हर छोटे शहर में डायग्नोस्टिक सेंटर खुलने से इस क्षेत्र के प्रोफेशनल की मांग बढ़ गई है। अगर आप भी इस फिल्ड में करियर बनाना चाहते है तो आपका भविष्य सुनहरा हो सकता है।
2.फिजियोथेरेपी-
फिजियोथेरेपी में कई तरह के कोर्स उपलब्ध है। यह एक हेल्थकेयर प्रोफेशन है जिसमें शरीर के चोटिल अंग को दोबारा ठीक करने का काम किया जाता है। इसमें कई तरह की मसाज और एक्सरसाइज के साथ ही ऊष्मा, रेडिएशन, पानी, इलेक्ट्रिकल एजेंट्स के जरिए चोटिल हुए अंगों, मांसपेशियों, जोड़ों और हड्डियों को ठीक करने का काम किया जाता है। एक प्रोफेशनल फिजियोथेरेपिस्ट के लिए रोजगार के कई अवसर उपलब्ध है, उसे किसी अस्पताल, स्पोर्ट्स एकेडमी आदि जगहों पर आसानी से जॉब मिल जाता है। आप इसमें चार वर्षीय डिग्री कोर्स भी कर सकते है। इसके अलावा इस फिल्ड में डिप्लोमा कोर्स भी किए जा सकते है।
3.नर्सिंग-
नर्सिंग एक बेहतरीन करियर विकल्प है, जिसके बिना डॉक्टरों का पेशा पूरा नही हो सकता। नर्स मूल रूप से डॉक्टर्स की मदद करती है लेकिन इसके अलावा भी एक नर्स को कई तरह के कोर्स करने होते है जैसे मरीजों को इंजेक्शन लगाना, दवाएं देना, ड्रेसिंग करना और सर्जरी में डॉक्टर की मदद करना। इस क्षेत्र में प्रोफेशनल्स की काफी मांग जैसे अस्पताल, नर्सिंग होम, स्कूल, प्राइवेट क्लिनिक में आसानी से जॉब पाई जा सकती है। इसके अलावा एक नर्सिंग प्रोफेशनल को डिफेंस फोर्स में भी मौका मिल सकता है। नर्सिंग की फिल्ड में डिग्री, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट के कोर्स किए जा सकते है। इसका चार वर्षीय डिग्री प्रोग्राम कोर्स बीएससी नर्सिंग काफी पॉप्युलर है। इसके अलावा जनरल नर्सिंग मिडवाइफरी (जीएनएम), ऑग्जिलरी नर्स मिडवाइफ (एएनएम) जैसे कोर्स भी किए जा सकते है।
4.फार्मासिस्ट-
फार्मा से संबंधित इस फिल्ड से जुड़े लोगों को फार्मास्युटिकल प्रोडक्ट्स बनाने, फार्मास्युटिकल प्रोडक्शन के तरीके विकसित करना और क्वालिटी कंट्रोल आदि से जुड़े काम करने होते है। इस फिल्ड में प्रोफेशनल कोर्स करने के बाद फार्मा कंपनी, रिसर्च से जुड़े संस्थान, डिस्पेंसरी और मेडिकल स्टोर्स आदि में काम मिल सकता है। इसके अलावा आप मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव के तौर पर भी काम कर सकते है।
5.प्रोस्थेटिक और ऑर्थोटिक इंजीनियरिंग-
पेरामेडिकल के इस क्षेत्र में शरीर के क्षतिग्रस्त या बेकार हो चुके अंगो की जगह कृत्रिम अंग उपलब्ध करवाना है। इस फिल्ड में प्रोफेशनल कोर्स करने के बाद अस्पताल, रिहेबिलिटेशन सेंटर, डायग्नोस्टिक सेंटर, पॉलीक्लिनिक्स आदि में जॉब मिल सकती है। इस फिल्ड में साढ़े चार वर्षीय डिप्लोमा कोर्स काफी पॉप्यूलर है।
इसके अलावा पेरामेडिकल साइंस में कई तरह के कोर्स किए जा सकते है रेडियोग्राफी, एक्सरे टेक्नोलॉजी, मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी, ऑडियोलॉजी एंड स्पीच थेरेपी, डेंटल हाइजीन, ऑपरेशन थियेटर टेक्निशियन, ऑप्टोमिट्री एंड ऑप्थेल्मिक असिस्टेंस जैसे कई रोजगारोन्मुखी कोर्स किए जा सकते है।