अगर आपको भी कंप्यूटर और मोबाइल पर गेम खेलना पसंद है और दिन-रात आप गेम खेलने में लगे रहते है तो क्यों ना आप अपनी इस हॉबी को करियर के रूप में अपना लें। जॉब के लिहाज से गेमिंग इंडस्ट्री में पिछले कुछ सालों में पेशेवरों का काफी मांग बढ़ी है। हाइटेक होती इस दुनिया में अब ऐसा समय आ गया है कि लोग आउटडोर गेम की बजाए इंडोर गेम खेलना पसंद कर रहे है।
आज मोबाइल और कंप्यूटर गेम का बाजार कुछ ही सालों में कई गुणा बढ़ गया है जिस वजह से इस क्षेत्र में गेम डवलपर्स की मांग में जबरदस्त इजाफा हुआ है। अगर आप भी गेमिंग के दिवाने है और कंप्यूटर और मोबाइल में रोजाना गेम खेलना पसंद करते है तो आपके लिए इस क्षेत्र में बेहतरीन करियर हो सकता है। इस फिल्ड में गेम डिजाइनर से लेकर प्रोग्रामर, इंजीनियर्स, गेम स्टोरी लेखक, फाइन आर्ट्स के जानकार, वेब डिजाइनर, ग्राफिक्स और एनिमेशन एक्सपर्ट के रूप में कई जॉब ऑप्शन उपलब्ध है।
गेमिंग इंडस्ट्री का बढ़ता कारोबार-
आज गेमिंग के पीछे दुनिया इतनी दिवानी हो गई है कि मार्केट में हर महीने नए गेम लांच करने पड़ रहे है। आज डिजिटल गेम की इतनी लोकप्रियता है कि दुनिया का ऐसा कोई देश नही है जहां गेम नही खेला जाता हो। गेमिंग इंडस्ट्री की ग्लोबल रिपोर्ट देखें तो साल 2017 में गेमिंग इंडस्ट्री का कारोबार 110 अरब डॉलर के आसपास रहा है। बताया जा रहा है कि आने वाले समय में मोबाइल गेमिंग की हिस्सेदारी 50 प्रतिशत तक पहुंच जाएगी।
जॉब के अवसर-
मोबाइल और कंप्यूटर गेमिंग का ग्लोबल मार्केट तेजी से बढ़ने से इस फिल्ड में प्रोफेशनल्स की मांग तेजी से बढ़ी है। गेमिंग इंडस्ट्री में इन प्रोफेशनल्स की रहती है मांग-
1.कम्प्यूटर गेम प्रोड्यूसर-
अगर आप गेमिंग इंडस्ट्री में एक कम्प्यूटर गेम प्रोड्यूसर के रूप में जुड़ना चाहते है आपको डिजाइनिंग की जानकारी के अलावा 3डी मॉड्यूलिंग और 2डी सॉफ्टवेयर का नॉलेज होना जरूरी है। एक गेम प्रोड्यूसर का काम किसी गेम के पूरे प्रोडक्शन पर नजर रखना होता है।
2.गेम डिजाइनर-
एक गेम डिजाइनर का काम गेम को डिजाइन करने के साथ ही इसे फनी बनाना भी होता है। एक गेम डिजाइनर को गेम के विजन, कॉन्सेप्ट, प्रजेंटेशन और इंप्लिमेंटेशन पर काम करना होता है। एक गेम डिजाइनर को टेक्निकल नॉलेज होने के साथ-साथ आर्टिस्टीक विजन पर भी पकड़ होनी जरूरी है।
3.एनिमेटर-
एक एनिमेटर का काम गेम के केरेक्टर को डेवलप करने में प्रोग्रामर और सीनियर आर्टिस्ट की मदद करना होता है। अगर आप एक एनिमेटर के रूप में काम करना चाहते है तो आपके पास 2डी कॉन्सेप्ट आर्ट, 3डी मॉडल्स और 2डी टेक्चर मैप की जानकारी होना जरूरी है।
4.ऑडियो प्रोग्रामर-
एक ऑडियो प्रोग्रामर का काम गेम के ऑडियो को डिजाइन करना रहता है। अगर आप इस फिल्ड में एक ऑडियो प्रोग्रामर के रूप में जुड़ना चाहते है तो साउंड के बारे में अच्छी नॉलेज होना जरूरी है।
5.ग्राफिक प्रोग्रामर-
किसी भी गेम को बनाने में एक ग्राफिक प्रोग्रामर का काम टेक्निकल सपोर्ट देना होता है। ग्राफिक प्रोग्रामर के रूप में काम करने के लिए आपको सी, सी++, डायरेक्ट एक्स, ओपन जीएल, विंडो प्रोग्रामिंग, 3डी पैकेज आदि के बारे में जानकारी होना जरूरी है।
यहां से ले सकते है ट्रेनिंग-
ऐसे कई प्राइवेट संस्थान है जो गेमिंग पर आधारित कोर्स करवाते है। आप 12वीं पास करने के बाद इसके सर्टिफिकेट से लेकर डिप्लोमा और डिग्री कोर्स में एडमिशन ले सकते है। इन संस्थानों से ले सकते है ट्रैनिंग-
-डिजिटल चॉकलेट, बैंगलोर
-इंडिया गेम्स, मुंबई
-जंप गेम्स, मुंबई
-माया एकेडमी ऑफ एडवांस सिनेमेटिक्स
-क्रियेटिव मेंटर्स एनिमेशन एंड गेम्स कॉलेज, हैदराबाद
सैलरी-
भारत में कई इंटरनेशनल गेम कंपनियां अपने सेटअप लगा रही है इसलिए इस क्षेत्र में जॉब की कमी नही है। यहां पर शुरूआती तौर पर आपको आसानी से 2 लाख रूपये सालाना तक मिल जाएंगे। कुछ सालों के एक्सपीरियंस के बाद आपको 4 से 6 लाख रूपये सालाना सक मिल सकते है।
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