कौन-कौन से कोर्स किए जा सकते है-
होम्योपैथी का कोर्स करने के लिए आपको 12वीं बायोलॉजी विषय से पास होना जरूरी है। इसमें ग्रेजुएशन, पोस्टग्रेजुएशन और पीएचडी स्तर के कोर्स उपलब्ध है। बैचलर कोर्स को बीएचएमएस (बैचलर ऑफ होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी) कहा जाता है। इसमें प्रवेश लेने के लिए 12वीं पास करने के बाद इसकी प्रवेश परीक्षा में शामिल होना पड़ता है। इस कोर्स की अवधि साढ़े पांच साल की होती है जिसमें एक साल की इंटर्नशिप भी शामिल है।
नौकरी के ऑप्शन-
इस कोर्स की भारी डिमांड के चलते देश और विदेश में रोजगार के कई अवसर उपलब्ध है। एक होम्योपैथिक प्रैक्टिशनर को कई सरकारी और निजी होम्योपैथिक अस्पतालों में मेडिकल ऑफिसर के रूप में जॉब मिल सकता है। इसके अलावा आप खुद का क्लिनिक खोलकर भी प्रैक्टिस कर सकते है साथ ही होम्योपैथिक दवाओं का स्टोर भी खोल सकते है। इसके अलावा आप होम्योपैथिक दवा बनाने वाली कंपनियों के साथ जुड़कर भी अपना करियर बना सकते है।
यहां से करें पढ़ाई-
हमारे देश में कई कॉलेज और यूनिवर्सिटी है जो होम्योपैथी में बैचलर और पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री करवाते है। इनमें एडमिशन लेने के लिए आपको पहले प्रवेश परीक्षा देनी पड़ती है। इसके अलावा कुछ प्रसिद्ध होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज इस प्रकार है-
-येरेला होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर, मुंबई
-स्वामी विवेकानंद होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज, भावनगर
-अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, दिल्ली
-बेंगलुरू मेडिकल कॉलेज और अनुसंधान संस्थान, बैंगलोर
-वेनुताई यशवंतराव चव्हान होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, कोल्हापुर
-वसुंधरा राजे होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, ग्वालियर