हमारे देश में हमेशा से ही बैंक में जॉब करना सबसे सुरक्षित भविष्य माना जाता रहा है। आज भी बैंकों में जॉब पाने के लिए हर साल लाखों उम्मीदवार इनकी परीक्षाओं में शामिल होते है। वैसे तो बैंकों में जॉब के लिए क्लर्क और पीओ की पोस्ट के जरिए भर्ती होती है लेकिन क्या आप जानते है क्लर्क और पीओ के अलावा भी बैंकों में भर्ती की जाती है और वो है स्पेशलिस्ट ऑफिसर की। जी हाँ किसी भी बैंक के ऑपरेशन में स्पेशलिस्ट ऑफिसर की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इन स्पेशलिस्ट ऑफिसरों का काम होता है बैंक के बेस्ट परफोर्मेंस को सुनिश्चित करना। हालांकि बैंको में स्पेशलिस्ट ऑफिसरों के अलग-अलग विभाग होते है जो उनके काम, तकनीकी और शिक्षा के आधार पर निर्धारित किए जाते है। बैंकों में स्पेशलिस्ट ऑफिसर के पदों पर भर्ती के लिए भी क्लर्क और पीओ के जैसी परिक्षाओं का आयोजन किया जाता है।
बैंकों में स्पेशलिस्ट ऑफिसर के प्रमुख पद-
बैंकों में उनके काम और विभागों के अनुसार ही स्पेशलिस्ट ऑफिसर पदों की भर्ती की जाती है। ये प्रमुख पद होते है बैंको में स्पेशलिस्ट ऑफिसर के-
-इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी ऑफिसर
-एग्रीकल्चरल फील्ड ऑफिसर
-लॉ ऑफिसर
-एचआर/पर्सोनल ऑफिसर
-मार्केटिंग ऑफिसर
-ऑफिशियल लैंग्वेज ऑफिसर
1.इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी ऑफिसर-
किसी भी बैंक को टेक्निकल सपोर्ट देने के लिए इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी ऑफिसर की भर्ती की जाती है। इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी से जुड़े मामलों की देख-रेख और उनके सुचारू प्रचालन में इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी ऑफिसर की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के अंतर्गत कई उप-विभाग भी होते है जैसे- डाटा सेंटर, एटीएम सेक्शन, प्रोजेक्ट ऑफिस, सिक्यूरिटी सेक्शन और एमआइएस व एप्लीकेशन सिस्टम।
2.एग्रीकल्चरल ऑफिसर-
ग्रामीण इलाकों में स्थित बैंकों में एग्रीकल्चर ऑफिसर की नियुक्ति की जाती है। इन बैंकों में एग्रीकल्चर ऑफिसर ग्रामीण उपभोक्ताओं के लिए नई योजना, प्रोडक्ट, स्कीम और नीति बनाने का काम करते है। इसके अलावा एक एग्रीकल्चर ऑफिसर को कृषि से संबंधित कार्यों जैसे लोन देना आदि के लिए भी काम करना पड़ता है।
3.लॉ ऑफिसर-
एक लॉ ऑफिसर को बैंक के लीगल मामलों की देख-रेख के लिए नियुक्त किया जाता है। इसके अलावा एक लॉ ऑफिसर को विभिन्न मुद्दों पर विधिक विचार देना, रिपोर्ट एंव पत्राचार, नोटिस जैसे काम करने होते है।
4.एचआर/पर्सोनल ऑफिसर-
किसी भी बैंक में रिक्रूमेंट, प्रशिक्षण, वेतन और इंटरव्यू जैसे कामों को करने के लिए एक एचआर ऑफिसर की नियुक्ति की जाती है। इसके अलावा कर्मचारियों के लिए नीतियां बनाना जैसे काम एक एचआर ऑफिसर को करने पड़ते है।
5.मार्केटिंग ऑफिसर-
किसी भी बैंक को आगे बढ़ाने में एक मार्केटिंग प्रोफेशनल की अहम भूमिका होती है। बैंक के प्रोडक्ट और सोल्यूशंस को अधिक से अधिक बेचने और आगे बढ़ने की नीतियों का निर्माण करने के लिए एक मार्केटिंग ऑफिसर की नियुक्ति की जाती है।
6.ऑफिशियल लैंग्वेज ऑफिसर-
बैंकों की प्रमुख ब्रांचों में एक ऑफिशियल लैंग्वेज ऑफिसर की नियुक्ति भी की जाती है। इनका काम बैंक के दैनिक कामकाज में राजभाषा हिंदी के इस्तेमाल को लेकर नीतियां बनाना ताकि बैंक के कर्मचारी राजभाषा का इस्तेमाल करें जिससे ग्राहक आसानी से अपना काम करवा सके।
ऐसे की जाती है बैंकों में स्पेशलिस्ट ऑफिसरों की भर्ती-
जिस तरह बैंकों में क्लर्क और पीओ के पदों पर भर्ती की जाती है वैसे ही स्पेशलिस्ट ऑफिसर के पदों पर भी भर्ती की जाती है। भर्ती प्रक्रिया के अंतर्गत आइबीपीएस के जरिए राष्ट्रीयकृत बैंकों में स्पेशलिस्ट ऑफिसरों की भर्ती की जाती है। इसके लिए पहले एक भर्ती परिक्षा का आयोजन किया जाता है। जो उम्मीदवार उक्त फिल्ड में विशेष शैक्षणिक योग्यता रखते है वे इस परीक्षा में शामिल होने की पात्रता रखते है।