Why We Celebrate Hindi Diwas On 14 September: हिंदी दिवस (Hindi Diwas) 14 सितंबर को क्यों मनाया जाता है?: हिंदी बोलने लिखने और पढ़ने वालों के लिए आज बहुत ही खास दिन है। दरअसल आज हिंदी दिवस है। आज ही के दिन 14 सितंबर 1949 को हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया गया था। तब से लेकर आज तक हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस के तौर पर मनाया जाता था। वैसे तो हर भाषा का अपना विशेष महत्व है लेकिन हिंदी हम लोगों के लिए बेहद ही खास है। मुहम्मद इकबाल ने 1905 में लिखा था 'हिंदी है हम वतन है हिंदोस्ता हमारा' उस समय ये ब्रिटिश राज के विरोध के रूप में लिखा गया था लेकिन बाद में यही लाईने हिंदी भाषियों के देश प्रेम का प्रतीक बन गई। हर साल 14 सितंबर को हिंदी मनाया जाता है लेकिन बहुत से लोगों को ये नही पता है कि हिंदी दिवस आखिर मनाया क्यों जाता है। तो आइये जानते है हिंदी दिवस मनाने का कारण-
हिंदी दिवस क्यों मनाया जाता है? Why We Celebrate Hindi Diwas On 14 September
जब साल 1947 को भारत देश आजाद हुआ तो देश के सामने सबसे बड़ा सवाल था राजभाषा को लेकर। क्योंकि भारत जैसे विशाल देश में सैकड़ों भाषाएं और बोलियां बोली जाती है ऐसे में राजभाषा का दर्जा किसे दिया जाएं ये सबसे बड़ा सवाल था। बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की अध्यक्षता में जब 6 दिसंबर 1946 को आजाद भारत का संविधान तैयार किया गया तो उनके सामने भी राष्ट्रभाषा काफी अहम मुद्दा था। काफी सोच विचार के बाद हिंदी और अंग्रेजी को राष्ट्र की भाषा के रूप में चुना गया। संविधान सभा ने देवनागरी लिपी में लिखी हिंदी को अंग्रेजी के साथ अधिकारिक भाषा के तौर पर स्वीकार किया था। इसके बाद 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा ने एक मत होकर निर्णय लिया कि हिंदी ही भारत की राजभाषा होगी। 26 जनवरी 1950 को भारत आजाद हुआ जिसके बाद हिंदी को राजभाषा के तौर पर लागू कर दिया गया। हिंदी के महत्व को देखते हुए प्रथम प्रधानमंत्री पं जवाहरलाल नेहरू ने हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाने का फैसला किया। इसके बाद सबसे पहला हिंदी दिवस 14 सितंबर 1953 को मनाया गया था। उसके बाद से लेकर आज तक हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है।
हिंदी भाषा को लेकर विरोध भी हुए
जब 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा ने एक मत से हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया तो अंग्रेजी भाषा को हटाए जाने की खबर से देश के कुछ हिस्सों जैसे तमिलनाडु आदि में विरोध प्रदर्शन हुए। इतना ही नही 1965 में तो तमिलनाडु में भाषा के विवाद को लेकर दंगे भी हुए।
कैसे मनाया जाता है हिंदी दिवस- How To Celebrate Hindi Diwas On 14 September
हिंदी भाषा के सम्मान में हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है। इस दिन हिंदी भाषा को एक त्यौहार की तरह मनाने के साथ ही कई तरह प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती है ताकि आने वाली पीढ़ी में हिंदी भाषा के प्रति रूचि विकसित हो। इसके अलावा कवियों और लेखकों द्वारा हिंदी के प्रति अपने प्रेम को प्रदर्शित किया जाता है।
हिंदी दिवस का इतिहास (Hindi Diwas History)
हिंदी दिवस या राष्ट्रीय हिंदी दिवस 14 सितंबर, 1949 को संविधान सभा द्वारा आधिकारिक भाषा के रूप में हिंदी (देवनागरी लिपि में लिखी गई) के रूपांतर को चिह्नित करने के लिए हर साल 14 सितंबर को मनाया जाता है। देश के पहले प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू, 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाने का फैसला किया। हिंदी दिवस के अलावा, विश्व हिंदी दिवस 2021 10 जनवरी को मनाया जाता है। यह दिन 10 जनवरी, 1975 को नागपुर में आयोजित पहले विश्व हिंदी सम्मेलन की वर्षगांठ के रूप में मनाया जाता है, जिसमें 30 देशों के 122 प्रतिनिधियों ने भाग लिया था। सम्मेलन का उद्देश्य दुनिया भर में हिंदी भाषा को बढ़ावा देना था। विश्व हिंदी दिवस पहली बार 2006 में पूर्व प्रधान मंत्री डॉ मनमोहन सिंह द्वारा दुनिया भर में हिंदी भाषा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मनाया गया था।
हिंदी दिवस का महत्व (Significance Of Hindi Diwas Importance)
हिंदी को इसका नाम फारसी शब्द हिंद से मिला है, जिसका अर्थ है 'सिंधु नदी की भूमि'। 11वीं शताब्दी की शुरुआत में तुर्की के आक्रमणकारियों ने क्षेत्र की भाषा को हिंदी, 'सिंधु नदी की भूमि की भाषा' नाम दिया। यह भारत की आधिकारिक भाषा है, अंग्रेजी दूसरी आधिकारिक भाषा है। भारत के बाहर कुछ देशों में भी हिंदी बोली जाती है, जैसे मॉरीशस, फिजी, सूरीनाम, गुयाना, त्रिनिदाद और टोबैगो और नेपाल में। हिन्दी अपने वर्तमान स्वरूप में विभिन्न अवस्थाओं के माध्यम से उभरी, जिसके दौरान इसे अन्य नामों से जाना जाता था।
हिंदी भाषा के बारे में मुख्य तथ्य (Hindi Diwas Facts)
- विश्व में बोली जाने वाली कुल भाषाओं में हिंदी पांचवीं सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है।
- हिंदी पाकिस्तान, नेपाल, बांग्लादेश, अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, न्यूजीलैंड, संयुक्त अरब अमीरात, युगांडा, गुयाना, सूरीनाम, त्रिनिदाद, मॉरीशस और दक्षिण अफ्रीका सहित कई देशों में बोली जाती है।
- आधुनिक देवनागरी लिपि 11वीं शताब्दी में अस्तित्व में आई।
- ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी में 2017 में 'बड़ा दिन', (बड़ा दिन) 'अचा', (अच्छा) 'बच्चा' (बच्चा) और 'सूर्य नमस्कार' जैसे शब्द शामिल थे। यह हिंदी के महत्व और स्वीकृति का प्रतिनिधित्व करता है।
- काका कालेलकर, मैथिली शरण गुप्त, हजारी प्रसाद द्विवेदी, सेठ गोविंददास जैसे कई लेखकों ने हिंदी को राजभाषा बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
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