रायपुर. कोरोना आपातकाल की वजह से एमबीबीएस की लंबित पूरक परीक्षा के कारण चिंतित करीब पांच सौ विद्यार्थियों को राहत मिली है। स्वास्थ्य विभाग ने द्वितीय और अंतिम वर्ष की भाग 1-2 की लंबित पूरक परीक्षा को अक्टूबर में प्रारंभ करने और उसके लिए कालेजों को हास्टल खोलने की अनुमति दी है। प्रदेश के आठ मेडिकल कालेज में पढ़ाई करने वाले विद्यार्थी पूरक परीक्षा लंबित होने की वजह से अपने भविष्य को लेकर बहुत चिंतित थे। परीक्षा के आयोजन के लिए एमसीआई की गाइडलाइन भी जारी हो गई थी। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा हास्टल खोलने की अनुमति मिलने के बाद राहत मिलने का अनुमान है।
स्वास्थ्य परिवार कल्याण विभाग ने संचालक चिकित्सा शिक्षा को छत्तीसगढ़ राज्य में एमबीबीएस पाठ्यक्रम की परीक्षाओं में एमबीबीएस द्वितीय तथा एमबीबीएस अंतिम पूरक भाग 1 भाग 2 की परीक्षाएं अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में प्रारंभ करने और इन परीक्षाओं में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों के लिए संबंधित महाविद्यालय के छात्रावास खोलने की अनुमति दी है। हास्टल खुलने के बाद दूसरे राज्यों अथवा शहर से आने वाले विद्यार्थियों को आवास सुविधा मिल जाएगी और वे आसानी से अपनी परीभा दे पाएंगे। इस अनुमति के साथ ही परीक्षाओं के आयोजन के दौरान शासन द्वारा जारी कोविड-19 गाइडलाइन का शत-प्रतिशत पालन करने कहा गया है।
बीएससी नर्सिंग प्रवेश में एसटी एससी को छूट नहीं, ज्ञापन
सत्र 2020-21 में बीएससी नर्सिंग में प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन संचालक चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा मंगाया गया है। इसमें बारहवीं बाॅयोलॉजी के साथ न्यूनतम 45 प्रतिशत है। न्यूनतम प्राप्तांक में किसी प्रकार की छूट अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति व अन्य पिछड़ा वर्ग को नहीं दी गई है, जबकि राजपत्र में इन्हें छूट दिए जाने का स्पष्ट उल्लेख है। इस मामले में कांग्रेस चिकित्सा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डा. राकेश गुुप्ता ने मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री तथा स्वास्थ्य विभाग के अफसरों को ज्ञापन सौंपकर इन्हें सुविधा देने की मांग की है।
दो सौ से ज्यादा इंटर्न डाक्टर मिलेंगे
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन संयोजक छात्र शाखा डा. राकेश गुप्ता ने बताया कि परीक्षाएं संपन्न हो जाने से प्रदेश को अतिरिक्त 200 से अधिक इंटर्न डॉक्टर मिल जाएंगे। छात्रों की परेशानी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कर पहुंची, तो उनकी पहल पर परीक्षा के लिए कोरोना काल में विशेष अनुमति दी गई है।