मध्यप्रदेश में यूजी और पीजी के विभिन्न कोर्सों में एडमिशन की प्रक्रिया जल्द ही शुरू होने को है। लेकिन उससे ठीक पहले उच्च शिक्षा विभाग ने कॉलेजों में एडमिशन के लिए नई गाइडलाइन जारी कर दी है। इस नई गाइडलाइन के अनुसार परंपरागत कोर्सों में सभी तरह के कॉलेजों में एडमिशन के लिए उम्र सीमा का बंधन खत्म कर दिया है। जी हाँ अब किसी भी उम्र में कॉलेज में एडमिशन लिया जा सकता है।
आपको बता दें कि अब तक यूजी (अंडर ग्रेजुएट) कोर्स में एडमिशन के लिए अधिकतम उम्र सीमा 23 वर्ष और पीजी (पोस्ट ग्रेजुएशन) में एडमिशन लेने की अधिकतम उम्र सीमा 28 वर्ष थी। इन दोनों ही उम्र सीमा से ज्यादा आयु होने पर नियमानुसार कॉलेजों में एडमिशन नही दिया जाता था। लेकिन इस शिक्षा सत्र से उच्च शिक्षा विभाग ने एडमिशन लेने की उम्र सीमा के बंधन को समाप्त कर कई लोगों को बड़ी राहत दी है। इसके अलावा उच्च शिक्षा विभाग ने एक और बड़ा बदलाव यह किया है कि ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए छात्राओं को कोई शुल्क नही लगेगा। इतना ही नही ऑनलाइन कियोस्क सेंटर पर उन्हें 100 रूपये रजिस्ट्रेशन शुल्क भी नही देना होगा।
इसलिए लिया गया ये फैसला-
आपको बता दें कि कई लोग 12वीं और ग्रेजुएशन पास करने के बाद अलग-अलग वजहों से पढ़ाई छोड़ देते है। लेकिन बाद में उम्र सीमा पूरी होने के कारण नियमित पढ़ाई नही कर पाते थे। जिससे उनके करियर पर इसका असर पड़ता था। लेकिन अब उच्च शिक्षा विभाग के इस फैसले से हजारों छात्रों को दोबारा नियमित पढ़ाई करने का मौका मिलेगा।
यह होगा फायदा-
उच्च शिक्षा विभाग के कॉलेजों में उम्र सीमा समाप्त करने से उन हजारों छात्रों को मौका मिलेगा जिन्होंने अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी थी। कई विशेषज्ञों का कहना है कि नौकरी में या नई नौकरी के लिए उच्च शिक्षा की अनिवार्यता होने से कई लोगों को इसका फायदा मिलेगा।