नीति आयोग के नए सीईओ बने परमेश्वरन अय्यर, जानिए इनके बारे में

नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत के छह साल की कार्यकाल अवधि समाप्त होने के बाद। अब कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने दो साल के कार्यकाल के लिए परमेश्वरन अय्यर को नीति आयोग का नए सीईओ के रूप में नियुक्त किया है। आइए आज के इस आर्टिकल में हम परमेश्वरन अय्यर और नीति आयोग के बारे में विस्तार से जानते हैं।

'नीति आयोग' भारत सरकार का प्रमुख 'थिंक टैंक' है जो कि दिशात्मक और नीतिगत इनपुट प्रदान करता है। नीति आयोग भारत सरकार के लिए कार्यनीतिक, दीर्घकालिक नीतियों और कार्यक्रमों को अभिकल्पित करने के साथ-साथ केंद्र और राज्यों को उचित तकनीकी सलाह भी प्रदान करता है।

नीति आयोग के नए सीईओ बने परमेश्वरन अय्यर, जानिए इनके बारे में

नीति आयोग के सीईओ: परमेश्वरन अय्यर

नीति आयोग के नवनियुक्त सीईओ श्री परमेश्वरन अय्यर 1981 बैच के आईएएस अधिकारी थे। जो कि 2009 में आईएएस से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के बाद वे विश्व बैंक के साथ काम करने चले गए थे। जबकि भारत में वो स्वच्छ भारत फ्लैगशिप मिशन चलाने वाले कार्डिनल्स में से एक रहे हैं। महामारी के दौरान भी उन्होंने कोविड सहायता समूहों को आगे बढ़ाने और उन्हें सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। अय्यर स्वच्छता, शुद्ध पेयजल की उपलब्धता आदि जैसी गतिविधियों में शामिल रहे हैं और उन्होंने पूर्व पेयजल और स्वच्छता सचिव के रूप में कार्य किया है, जिससे उन्होंने पिछले साल जुलाई में इस्तीफा दे दिया था। आइए अब जानते हैं नीति आयोग के गठन, कार्यप्रणाली और महत्व के बारे में।

नीति आयोग क्या है

नीति (NITI) की फुल फॉर्म है- नेशनल इंस्टीट्यूशन फॉर ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया। जो कि भारत सरकार के प्रमुख सार्वजनिक नीती थिंक टैंक के रूप में काम करता है। बता दें कि एनडीए सरकार ने 2015 में 65 साल पुराने योजना आयोग का नाम बदलकर नीति आयोग कर दिया था। जिसके चलते 1 जनवरी 2015 को NITI Aayog का गठन किया गया था। NITI शब्द संस्कृत से लिया गया है जिसका प्रयोग व्यवहार, मार्गदर्शन, नैतिकता आदि के लिए जाता है। नीति आयोग सरकार द्वारा एक मजबूत और गतिशील देश बनाने के लिए आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए गठित किया गया था।
नीति आयोग एक नोडल एजेंसी के रूप में काम करता है जो बॉटम-अप दृष्टिकोण के माध्यम से महत्वपूर्ण नीति निर्धारण निर्णयों में राज्य सरकारों को शामिल करके देश के विकास और आर्थिक विकास के लिए जिम्मेदार है।
नीति आयोग के मुख्य रूप से दो हब हैं।
• टीम इंडिया हब: यह नीति निर्माण प्रक्रिया में केंद्र सरकार के साथ भारतीय राज्यों की भागीदारी पर केंद्रित है।
• द नॉलेज एंड इनोवेशन हब: इसका उद्देश्य अनुसंधान बुनियादी ढांचे और थिंक-टैंक क्षमताओं का निर्माण करना है।

यूपीएससी के लिए नीति आयोग से जुड़े तथ्य

यहां हम कुछ तथ्यों को सूचीबद्ध कर रहे हैं जो परीक्षा में अक्सर पूछे जाते हैं।
• योजना आयोग के स्थान पर 1 जनवरी 2015 को नीति आयोग की स्थापना की गई थी।
• भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीति आयोग के अध्यक्ष हैं।
• नीति आयोग योजना के बॉटम-अप दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित करता है।
• योजना आयोग के विपरीत, इसे निधियों के आवंटन का कोई अधिकार नहीं है। धन आवंटन की शक्ति वित्त मंत्री में निहित है।
• परमेश्वरन अय्यर (सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी) नीति आयोग के नए सीईओ हैं।
• नीति आयोग का फुल फॉर्म नेशनल इंस्टीट्यूशन फॉर ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया है।
• इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है।
• सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वर्या को भारतीय आर्थिक नियोजन के जनक के रूप में जाना जाता है।

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English summary
After the six-year tenure of NITI Aayog CEO Amitabh Kant ends. Now the Appointments Committee of the Cabinet has appointed Parameswaran Iyer as the new CEO of NITI Aayog for a tenure of two years. Let us know in detail about Parameswaran Iyer and NITI Aayog in today's article.
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