Haryana Schools Reopen News: गिरते हुए मौसम का तापमान तथा बढ़ते हुए कोरोना के केसों के बीच एक बार फिर से शिक्षा के मंदिर आज से खुल गए हैं। अभिभावकों के लिए टेंशन इस बात की बनी हुई है कि अगर विद्यार्थियों को स्कूल नहीं भेजेंगे तो पढ़ाई का नुकसान होगा तथा अगर स्कूल भेजे तो उनके लाडले तथा लाडलियों को कोरोना संक्रमण अपनी चपेट में ले सकता है। 221 दिनों तक बंद रहे स्कूलों को जब दो नवंबर को खोला गया था तो विद्यार्थियों की संख्या स्कूल में 50 प्रतिशत तक नहीं पहुंची थी तथा कोरोना ने स्कूलों में दस्तक देते हुए विद्यार्थियों तथा स्टॉफ सदस्यों को अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया था। जब यह आंकड़ा अधिक बढ़ने लगा तो सरकार एक बार फिर से बैकफुट पर आई तथा स्कूलों को 30 नवंबर तक बंद कर दिया था। 30 नंबर के बाद इसे आगे बढ़ाया गया तथा बढ़ते बढ़ते यह 13 दिसंबर तक पहुंय गया तथा अब एक बार फिर से 23 दिन तक बंद रहने के बाद स्कूल फिर से खुल गए हैं।
गाइडलाइन का करना होगा पालन
स्कूल खोलने को लेकर सरकार की तरफ से गाइडलाइन जारी की गई है उसका पालन स्टॉफ सदस्यों तथा विद्यार्थियों को हर हाल में करना होगा। सरकार ने अपने लाडलों का भविष्य सुरक्षित रखने की जिम्मेवारी अभिभावकों को दी है। अभिभावकों की मंजूरी के बाद ही विद्यार्थी स्कूल में कक्षा अटैंड कर पाएंगे। आज सिर्फ तीन घंटों के लिए कक्षा लगाए जाएगी इसके बाद बैठक कर तय किया जाएगा कि अभी कक्षा पूरे समय के लिए लगानी है या फिर तीन घंटे के लिए। जिला शिक्षा अधिकारी ने सभी स्कूल संचालकों को कोविड 19 के प्रति सभी व्यापक प्रबंध करने के दिशा निर्देश जारी करने के आदेश जारी किए हैं। फिलहाल जो विद्यार्थी ऑनलाइन पढ़ना चाहते हैं उनके लिए ऑनलाइन का ऑप्शन भी खुला रहेगा।
221 दिन तक बंद रहे थे स्कूल
221 दिन, 5304, घंटे तथा 318240 मिनट के इंतजार के बाद आखिरकार दो नवंबर को शक्षा के मंदिर नौवीं से 12वीं के विद्यार्थियों के लिए खुले थे । इतने इंतजार के बाद अब भी सरकार ने अपने लाडलों का भविष्य सुरक्षित रखने की जिम्मेवारी अभिभावकों को दी गई थी। अभिभावकों की मंजूरी का पत्र लेकर विद्यार्थी स्कूल आए थे तथा उन्हें कक्षा में बैठने दिया गया था ।
पहले परामर्श के लिए बुलाए गए थे विद्यार्थी
स्कूलों में कक्षाएं लगाने से पहले शिक्षा विभाग ने नौवीं से 12वीं के विद्यार्थियों के लिए अक्टूबर माह में परामर्श के लिए स्कूल के दरवाजे खोले थे। इस दौरान विद्यार्थियों ने ऑनलाइन पढ़ाई में आने वाली परेशानियों के बारे में अपने समस्या का समाधान पाया था। अब विद्यार्थियों के लिए तीन घंटों की कक्षा लगने जा रही है। इसमें कितने घंटे कौन से विषय पढ़ाए जाएंगे यह स्कूल स्टॉफ पर निर्भर रहेगा।
सभी अध्यापक होंगे उपस्थित
आज से खुलने वाले स्कूलों में जहां विद्यार्थियों को भेजना या नहीं भेजने की जिम्मेवारी अभिभावकों की होगी तो वहीं दूसरी तरफ स्कूल में स्टॉफ सदस्य पूरी तरह से उपस्थित होंगे। कोविड 19 को ध्यान में रखते हुए सभी व्यापक रूप से प्रबंध करने के आदेश जारी किए गए हैं। इसके तहत स्कूलों के मुख्य गेट पर विद्यार्थियों के हाथों को सेनिटाइज करवाना होगा। विद्यार्थी अपने घर से पानी की बोतल लेकर आएंगे। इसके साथ साथ जब स्कूल की छुट्टी होगी तो एक साथ सभी विद्यार्थियों को बाहर नहीं निकाला जाएगा बल्कि सोशल डिस्टेंस के साथ उन्हें बाहर निकाला जाएगा ताकि कोरोना संक्रमण का खतरा कम बना रहे तथा कोविड 19 के लिए सरकार ने जो गाइड लाइन जारी की हुई है उनका पालन हो सके।
खुलने से पहले तथा बंद होने के बाद होंगे सेनिटाइज
राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की प्राचार्या किरण गिल ने बताया कि आज से 10वीं तथा 12वीं के विद्यार्थियों के लिए स्कूल खुलने जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों को अभिभावकों की मंजूरी का पत्र साथ लाना होगा। उन्होंने बताया कि स्कूल खुलने से पहले तथा छुट्टी होने के बाद कमरों को सेनिटाइज करवाया जाएगा तथा स्कूल के मुख्य गेट पर विद्यार्थियों के हाथों को सेनिटाइज करवाने के साथ साथ थर्मल स्क्रीनिंग से तापमान चैक करने क बाद ही कक्षा में भेजा जाएगा।