एग्रीकल्चर से जुड़े बिजनेस स्टार्टअप को प्रमोट करने इंदिरा गांधी एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के आरकेवीवाय 'रफ्तार एग्रीबिजनेस इन्क्यूबेटर'(आर-एबीआई) ने रजिस्ट्रेशन की डेट बढ़ा दी है। रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि 25 दिसंबर रखी गई थी जिसे बढ़ाकर 25 जनवरी कर दिया गया है। सेंटर में जारी अभिनव और उद्भव योजना के नए बैच में शामिल होने के लिए ऐसे व्यक्ति जिनके पास एग्रीकल्चर से संबंधित काेई भी यूनिक बिजनेस आइडिया है, वो इन्क्यूबेशन सेंटर में रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन कर सकते हैं।
सेंटर के सीईओ डॉ. हुलास पाठक ने बताया कि अभिनव और उद्भव योजना के तहत स्टार्टअप शुरू करने और उसे आगे बढ़ाने के लिए 5 लाख से 25 लाख तक का ग्रांट दिया जाएगा। अभिनव में 25 और उद्भव में 12 स्टार्टअप आइडिया सलेक्ट किए जाएंगे। सलेक्टेड आइडिया को सेंटर में सभी तरह की सुविधाएं दी जाएंगी। रजिस्ट्रेशन के लिए यंग आंत्रप्रेन्योर्स 25 जनवरी 2023 तक वेबसाइट igkvrabi.com पर विजिट कर आवेदन कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए 9538977556 नंबर पर भी संंपर्क किया जा सकता है।
सलेक्ट होने पर क्या होगा?
आइडिया को बिजनेस मॉडल के रूप में डेवलप किया जाएगा।
2 महीने या 60 घंटे के ऑनलाइन एग्रीप्रेन्योरशिप ऑरिएंटेशन प्रोग्राम की ट्रेनिंग दी जाएगी।
टेक्निकल और बिजनेस मेंटरिंग की जाएगी।
को-वर्किंग स्पेस देंगे। इंफ्रास्ट्रक्चर सपोर्ट दिया जाएगा।
निवेशकों से मिलवाया जाएगा।
इन दो केटेगरी में सलेक्ट किए जाएंगे स्टार्टअप
अभिनव योजना : आंत्रप्रेन्योर्स जिनके पास कृषि से संबंधित बिजनेस आइडिया है, जिन्होंने अपने प्रोडक्ट या आइडिया का प्रोटोटाइप भी तैयार कर लिया है वे इस कैटेगरी में आवेदन कर सकते हैं। इसके तहत आंत्रप्रेन्योर्स को प्रोडक्ट बनाने और स्टार्टअप शुरू करने 5 लाख तक का ग्रांट दिया जाएगा।
उद्भव योजना : ऐसे आंत्रप्रेन्योर्स जो कृषि या कृषि उत्पादों से संबंधित अच्छे बिजनेस आइडिया पर काम शुरू कर चुके हैं, जिनका प्रोडक्ट पूरी तरह तैयार है, वो इस कैटेगिरी में आवेदन कर सकते हैं। ऐसे आंत्रप्रन्योर को बिजनेस ग्रोथ और बेहतर संचालन के लिए 25 लाख रुपए तक का ग्रांट दिया जाएगा।
सेंटर में सभी तरह की सुविधाएं
डॉ. हुलास पाठक ने बताया कि इन्क्यूबेशन सेंटर को 6 हजार स्क्वेयर फीट एरिया में डायरेक्ट्रेट ऑफ रिसर्च सर्विस की बिल्डिंग के फर्स्ट फ्लोर बनाया गया है। यहां स्टार्टअप्स की सुविधा के अनुसार लाइब्रेरी, मीटिंग हॉल, कॉन्फ्रेंस रूम, डिस्पले एरिया, को वर्किंग स्पेस, इंटरनेट जैसी सभी तरह की सुविधाएं हैं। यहां 40 से ज्यादा स्टार्टअप बैठकर काम कर सकते हैं। सेंटर में अब तक 4 बैच में 189 स्टार्टअप को ट्रेनिंग मिल चुकी है। अभी पांचवें बैच के लिए आवेदन मंगाए गए है। इन्क्यूबेशन सेंटर कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय से वित्तपोषित और आरकेवीवाय योजना रफ्तार स्कीम के अंतर्गत संचालित है।
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