अंतराष्ट्रीय योग दिवस पूरे विश्व में 21 जून को मनाया जाता है। इस साल 2022 में पूरा विश्व 8वां अंतराष्ट्रीय योगा दिवस मनाने वाला है। मुख्य तौर पर अंतराष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत 2015 से हुई थी। 21 जून 2015 को पहला अंतराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया था। योग दिवस को अंतराष्ट्रीय स्तर पर मनाने और इसके फायदे समझाने के लिए प्रस्ताव 2014 में रखा गया था। पूरी विश्व तेजी से योग के फायदे समझ रहा है, और इसे अपना भी रहा है। देश-विदेश में लोग योगा स्टूडियों बना रहे हैं ताकि लोग वहां जाकर योगा कर सकें। इस तरह योगा का प्रभाव पूरे विश्व में देखने को मिलता है। योग छात्रों को किस प्रकार फायदेमंद हो सकता है आइए जानते हैं।

छात्रों के लिए योग आसन
आज कल के दौर में ज्यादातर छात्र तनाव से गुजर रहे हैं। प्रतिदिन मेज और कुर्सी पर बैठे-बैठ छात्रों के शरीर में लचीलापन कम हो रहा है जिसके कारण यूवा पीढ़ी में भी कमर और पीठ दर्द जैसी समस्याएं देखने को मिलती है। इसी स्थिति को ध्यान में रखते हुए हम आज योग दिवस के इस मौके पर आपको कुछ योग आसन बताने जा रहे हैं। जिससे आप लंबे समय तक बिना दर्द के काम कर सकते हैं और इसके साथ आप इन योग आसनों से अपना ध्यान भी केंद्रित कर पाएंगे। योग आसन करते हुए इस बात का जरूर रखे की आप ये सब आसन किसी मैट पर करें।
सुखासन
योगा में सबसे आसान आसन सुखासन है। आसान के साथ-साथ सबसे लाभकारी आसन भी है। इस आसन को नियमित रूप से करने से शारीरिक फुर्ति आती है। इस आसन से बैठने की मुद्रा में सुधार होता है। इसके साथ ही तनाव को भी दूर रखता है।
कैसे करें सुखासन- इस आसन को करने के लिए पैरों को पालथी मार के बैठना है। आपको अपनी पीठ को एक दम सीधा रखना है। हाथों को घुटने पर रखना है।
प्राणायाम
प्राणायम का नियमित रूप से पालन करने से आपके दिमाग में तनाव नहीं होगा। ये आसन आपको पढ़ाई करते समय ध्यान केंद्रित करने में सहायता करता है। ये फोकस करने की शक्ति को बढ़ाता है।
आसन कैसे करें- प्राणायाम करने के लिए आपको शांत बैठ कर सांस को धीमी गति से अंदर की ओर खींचना होता है फिर धीरे से बाहर निकालना होता है।
भुजंगासन
यह आसन रीड की हड्डी को सकारत्मक रूप से प्रभावित करता है। शरीर को लचीला बनाता है। इसके साथ-साथ कमर पीठ के दर्द, तनाव को कम करता है और प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करता हैं।
कैसे करें भुजंगासन- यह आसन करने के लिए आपको एक समतल जगह पर पेट के बल लेटना है। कंधे के बराबर हथेलियों को जमीन पर रखना है। इसके बाद सांस लेते हुए आप सिर को जितना उठा सकते हैं उठाना है। इसमें आपके शरिर का ऊपर का भाग उठाया जाता है।
वृक्षासन
वृक्षासन को एक-पदासन भी कहा जाता है। इस आसन में एक पैर पर खंड़ा होना होता है। इसमें शरिर का सार वजन एक पैर पर होता है। इस आसन को प्रतिदिन करने से आपके संतुलन में सुधार होता है। इस आसन में आप जितनी देर तक एक पैर पर खड़े रह सकते हैं उतना ही आपके संतुलन में फायदा होगा। ये आसन भी तनाव को कम करने में सहायक होता है। शरीर को लचीला बनाने में मदद करता है।
कैसे करें वृक्षासन- इस आसन को करने के लिए आपको एक पैर पर खड़ा होना है और दूसरे पैर को अपनी जंघा पर रखना है। दोनो हाथों को ऊपर की ओर उठा के जोडना है। दोनों पैरों पर इस प्रक्रिया को दोहराएं।
नटराजासन
नटराजासन को प्रतिदिन करने से छात्रों में एकाग्रता बढ़ती है। यह उन्हें हर काम में ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है। इस आसन से आप में स्थिरता पैदा होती है। इसके साथ शरिर को लचीला भी बनाता है।
कैसे करें नटराजासन- इस आसन को करने के लिए आपको एक समतल जगह पर खड़े होना है। धीरे-धीरे सांस लेते हुए अपने घुटने को मोड़ते हुए पिछे की तरफ ले जाना है। फिर लंबी और गहरी सांस लेकर अपने दाएं हाथ से दाएं पैर के अंगूठे को पकड़ना है। एक-एक करके दोनों पैरों के साथ इस आसन को करना है।