NEET, JEE 2020 Postponed: नीट परीक्षा 2020 और जेईई मेन एग्जाम 2020 को स्थगित कर दिया गया है। एचआरडी मंत्री रमेश पोखरियाल ने कहा कि छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए हमने #JEE और #NEET परीक्षाओं को स्थगित करने का निर्णय लिया है। जेईई मुख्य परीक्षा 1 सितंबर से 6 सितंबर तक आयोजित की जाएगी। जेईई एडवांस की परीक्षा 27 सितंबर को होगी। नीट 2020 परीक्षा 13 सितंबर को आयोजित की जाएगी।
Keeping in mind the safety of students and to ensure quality education we have decided to postpone #JEE & #NEET examinations. JEE Main examination will be held between 1st-6th Sept, JEE advanced exam will be held on 27th Sept & NEET examination will be held on 13th Sept. pic.twitter.com/klTjtBxvuw
— Dr. Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) July 3, 2020
छात्र काफी समय से नीट और जेईई परीक्षा स्थगित करने के लिए छात्र लगातार मांग कर रहे थे। एक तरफ मिडिल ईस्ट में नीट परीक्षा 2020 स्थगित करने के लिए छात्रों के अभिभावकों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। अभिभावकों ने छात्रों को दोहा, कतर, दुबई, यूएई और अन्य मध्य पूर्व के देशों के लिए नए केंद्र आवंटित करने या परीक्षा स्थगित करने की मांग की है। छात्रों की मांग के बाद नीट 2020 जेईई 2020 को लेकर एचआरडी मंत्री ने क्या कहा जानिए।
नीट परीक्षा 2020 और जेईई मेन एग्जाम 2020 स्थगित
वहीं दूसरी तरफ तेलंगाना सरकार ने राज्य में सभी सीईटी को स्थगित कर दिया है। सरकार के इस फैसले के बाद छात्रों ने नीट 2020 और जेईई 2020 स्थगित करने की मांग के लिए ट्विटर पर #RIPNTA का ट्रेंड शुरू कर दिया है। छात्रों की इस सोशल रैली में अभिभावक और अन्य लोग भी सरकार से नीट परीक्षा 2020 और जेईई मेन एग्जाम 2020 को स्थगित करने मांग कर रहे हैं।
नीट 2020 जेईई 2020 को लेकर एचआरडी मंत्री ने क्या कहा
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने देश में बढ़ते कोरोनोवायरस मामलों के बीच महानिदेशक, राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) और अन्य विशेषज्ञों से मिलकर पैनल से नीट 2020 जेईई 2020 प्रवेश परीक्षाओं की तिथि को लेकर शुक्रवार को रिपोर्ट देने को कहा था। एचआरडी मंत्री ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा कि #JEE और #NEET परीक्षाओं के लिए उपस्थित होने वाले छात्रों और अभिभावकों से प्राप्त मौजूदा परिस्थितियों और अनुरोधों को देखते हुए, @DG_NTA और अन्य विशेषज्ञों से युक्त एक समिति को कल तक स्थिति की समीक्षा करने और प्रस्तुत करने की सलाह दी गई है। अंडरग्रेजुएट मेडिकल और डेंटल कोर्स में प्रवेश के लिए नीट और इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए जेईई मेन्स 18 से 26 जुलाई के बीच निर्धारित किए गए हैं।
Looking at the prevailing circumstances & requests received from students & parents appearing for #JEE & #NEET examinations, a committee consisting of @DG_NTA & other experts has been advised to review the situation & submit its recommendations to @HRDMinistry latest by tomorrow. pic.twitter.com/xByKLUqAIc
— Dr. Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) July 2, 2020
ट्विटर पर ट्रेंड #ripnta
देश में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, ऐसे में परीक्षा आयोजित करना छात्रों की सुरक्षा पर सवाल खड़े करता है। सुप्रीम कोर्ट में सीबीएसई का मामला जाने के बाद बोर्ड ने 10वीं 12वीं की परीक्षाएं रद्द कर दी। लेकिन NEET या JEE की परीक्षाओं को स्थगित करने पर कोई फैसला नहीं होने के बाद देश भर में छात्र #ripnta से ट्विटर पर अपनी आपत्ति दर्ज कर रहे हैं। इन प्रवेश परीक्षाओं के लिए उपस्थित होने वाले सभी छात्र ऐसे महामारी के समय परीक्षा के संचालन पर स्पष्टीकरण की मांग करेंगे।
अभिभावकों की मांग
मध्य पूर्व के देशों में एनईईटी छात्रों के माता-पिता द्वारा दायर जनहित याचिका मध्य पूर्व के देशों में परीक्षा केंद्र स्थापित करने या उन्हें स्थगित करने के लिए सरकार से निर्देश मांगती है क्योंकि उम्मीदवारों के लिए उनके लिए भारत आना मुश्किल होगा। इससे पहले केरल उच्च न्यायालय के समक्ष भी इसी तरह की याचिका दायर की गई थी जिसे खारिज कर दिया गया था।
15 लाख छात्रों का भविष्य
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जुलाई NEET परीक्षा को स्थगित करने की मांग करने वाले छात्रों से भरे हुए हैं क्योंकि देश में कोरोनोवायरस के मामलों की संख्या बढ़ रही है। एमबीबीएस / बीडीएस पाठ्यक्रमों के लिए NEET-UG परीक्षा 26 जुलाई को आयोजित की जानी है। इस वर्ष 15 लाख से अधिक छात्रों को परीक्षा में शामिल होने की उम्मीद है। NEET 2020 के लिए आवेदन किया।
मीडिया हाउस की रिपोर्ट
यह याचिका NEET के छात्रों के माता-पिता द्वारा दोहा और कतर के कतर में केरल मुस्लिम संस्कृति केंद्र के सचिव के माध्यम से दायर की गई है। कई मीडिया हाउस की रिपोर्ट के अनुसार, इन छात्रों और अभिभावकों ने 26 जुलाई से शुरू होने वाली परीक्षाओं के लिए वंदे भारत मिशन की उड़ानों में सीट पाने की कोशिश की, लेकिन व्यर्थ। इस प्रकार उन्होंने मांग की है कि उनके बच्चों के बजाय या तो एनटीए को सरकारी स्कूल के साथ-साथ उनके बच्चों को नए केंद्र आवंटित करें या स्थिति सामान्य होने तक परीक्षा स्थगित कर दें।