केमेस्ट्री में एम.फिल कैसे करें (Career in M.Phil Chemistry)

मास्टर ऑफ फिलॉसफी इन केमेस्ट्री 2 साल की अवधि का पोस्ट ग्रेजुएट रिसर्च स्तर का कोर्स है। एमफिल केमेस्ट्री मास्टर्स और डॉक्टरेट के बीच की एक इंटरमीडिएट डिग्री है। यह कोर्स मुख्य रूप से शिक्षकों, शोधकर्ताओं, उद्योगपतियों और स्नातकोत्तर छात्रों के लिए बनाया गया है जो रसायन विज्ञान में उच्च अध्ययन करना चाहते हैं।

चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको एम.फिल इन केमेस्ट्री से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर केमेस्ट्री में एम.फिल करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में केमेस्ट्री में एम.फिल करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।

केमेस्ट्री में एम.फिल कैसे करें

• कोर्स का नाम- मास्टर ऑफ फिलॉसफी इन केमेस्ट्री
• कोर्स का प्रकार- पोस्ट ग्रेजुएट रिसर्च
• कोर्स की अवधि- 2 साल
• एलिजिबिलिटी- मास्टर डिग्री
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम
• कोर्स फीस- 20,000 से 1,50,000 तक
• अवरेज सैलरी- 4 लाख
• जॉब फिल्ड- पेट्रोकेमिकल कंपनियां, कॉलेज, एग्रोकेमिकल कंपनियां, विश्वविद्यालय, अनुसंधान संगठन, इत्र उद्योग, प्लास्टिक, पॉलिमर कंपनियां, सैन्य अनुसंधान प्रयोगशालाएं, फार्मास्युटिकल कंपनियां आदि।
• जॉब प्रोफाइल- विषय वस्तु विशेषज्ञ, वैज्ञानिक, गुणवत्ता आश्वासन अधिकारी, अनुसंधान रसायनज्ञ, सिंथेटिक रसायन विज्ञान वैज्ञानिक, जैव रसायन सहायक वैज्ञानिक, रसायन विज्ञान सामग्री लेखक, वैज्ञानिक डेटा प्रविष्टि विशेषज्ञ, रासायनिक व्यापार विश्लेषक आदि।

एम.फिल केमेस्ट्री: एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया
• इच्छुक उम्मीदवार के पास केमेस्ट्री से संबंधित विषयों में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए।
• एम.फिल इन केमेस्ट्री में एडमिशन लेने के लिए उम्मीदवार के पास मास्टर डिग्री में न्यूनतम 55% अंक होना आवश्यक है।
• आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों के लिए 5% अंकों की अतिरिक्त छूट दी जाती है।
• इसके साथ ही, उम्मीदवार को एंट्रेंस एग्जाम में भी विश्वविद्यालय के मानकों तक स्कोर करना होता है, जो या तो विश्वविद्यालय द्वारा स्वयं या यूजीसी-नेट जैसी राष्ट्रीय परीक्षाओं द्वारा आयोजित की जाती हैं।

एम.फिल केमेस्ट्री: एडमिशन प्रोसेस
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में एम.फिल केमेस्ट्री कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है। एंट्रेंस एग्जाम में पास होने के बाद पर्सनल इंट्रव्यू होता है और यदि उम्मीदवार उसमें अच्छा स्कोर करते हैं, तो उन्हें स्कोलरशिप भी मिल सकती है।

एम.फिल केमेस्ट्री के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है

चरण 1: रजिस्ट्रेशन

  • उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
  • ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
  • आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
  • मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
  • आवेदन पत्र सबमिट करें।
  • क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।

चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम

  • यदि उम्मीदवार एम.फिल केमेस्ट्री में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
  • बता दें कि एम.फिल केमेस्ट्री के लिए एडमिशन प्रोसेस यूजीसी नेट, यूजीसी सीएसआईआर नेट, एनबीएचएम एंट्रेंस एग्जाम आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।

चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।

चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट

  • एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
  • इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें एम.फिल केमेस्ट्री का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।

एम.फिल केमेस्ट्री: सिलेबस

सेमेस्टर I

  • अनुसंधान क्रियाविधि
  • रसायन विज्ञान में भौतिक तरीके
  • रसायन विज्ञान में हाल के रुझान
  • प्राकृतिक उत्पाद रसायन विज्ञान
  • उन्नत समन्वय रसायन विज्ञान
  • तरल समाधान के ऊष्मप्रवैगिकी
  • कार्बनिक रसायन विज्ञान में भौतिक तरीके
  • इलेक्ट्रो ऑर्गेनिक केमिस्ट्री
  • कार्बनिक संश्लेषण

सेमेस्टर II

  • तरल समाधान के थर्मोडायनामिक्स और भौतिक गुण
  • ईथर लिंकेज की प्रतिक्रियाशीलता
  • काइनेटिक्स और तंत्र
  • उन्नत समन्वय रसायन विज्ञान
  • मैक्रो चक्रीय परिसरों का उन्नत अध्ययन
  • कार्बनिक प्रतिक्रिया तंत्र
  • कार्बनिक रसायन विज्ञान में भौतिक तरीके
  • धातुओं का संक्षारण निषेध
  • कार्बनिक प्रतिक्रिया तंत्र

कॉलेज फक्लटी आमतौर पर छात्रों को उनके स्वतंत्र शोध कार्य में सहायता करते हैं, जबकि अधिक अनुभव प्राप्त करने के लिए छात्र सहायक के रूप में अपने प्रोफेसरों के अधीन काम करना चुन सकते हैं। ऐसा करने से उन्हें इस बात की बेहतर समझ होगी कि मास्टर पूरी करने के बाद अगर वे प्रोफेसर बनना चाहते हैं तो उन्हें किस तरह का काम करना होगा।

एम.फिल केमेस्ट्री: टॉप कॉलेज और उनकी फीस

  • लोयोला कॉलेज, चेन्नई- फीस 7,200
  • क्राइस्ट यूनिवर्सिटी, बैंगलोर- फीस 30,000
  • चंडीगढ़ विश्वविद्यालय, चंडीगढ़- फीस 70,000
  • मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज, चेन्नई- फीस 50,000
  • निम्स विश्वविद्यालय, जयपुर- फीस 45600
  • प्रेसीडेंसी कॉलेज, चेन्नई- फीस 1,195
  • एवीवीएम पुष्पम कॉलेज, तंजावुर- फीस 10,500
  • द न्यू कॉलेज चेन्नई- फीस 5,105
  • ज्योति निवास कॉलेज बैंगलोर- फीस 1,20,000
  • मंगलायतन विश्वविद्यालय अलीगढ़- फीस 90,000

एम.फिल केमेस्ट्री: जॉब प्रोफाइल और सैलरी

  • रिसर्च केमिस्ट- सैलरी 6 लाख
  • मेडिकल टेक्नोलॉजिस्ट- सैलरी 7 लाख
  • केमेस्ट्री लैब असिस्टेंट- सैलरी 5 लाख
  • एकेडमिक रिसर्चर- सैलरी 6 लाख
  • असिस्टेंट प्रोफेसर- सैलरी 7 लाख
  • मेडिकल ऑफिसर- सैलरी 6 लाख
  • केमेस्ट्री कंटेंट राइटर- सैलरी 4 लाख

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English summary
Master of Philosophy in Chemistry is a post graduate research level course of 2 years duration. MPhil Chemistry is an intermediate degree between Masters and Doctorate. This course is mainly designed for teachers, researchers, industrialists and postgraduate students who want to pursue higher studies in Chemistry.
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