Success Mantra: आलोचकों से निपटने के बेस्ट टिप्स जानिए
जीवन की राह में कभी-कभी अनदेखा करना भी अच्छा होता है- कभी हालात को, कभी व्यक्तियों को!
Narender Sanwariya
जब लक्ष्य सुखद और सफल जीवन हो तो हमें आलोचकों की बात भी कर लेनी चाहिए, वे भी जीवन का अंग हैं। शोधकर्ताओं के दिए हुए आंकड़ों के अनुसार- आप जिन लोगों से मिलेंगे, उनमें से 25 प्रतिशत आपको पसंद नहीं करेंगे।
25 प्रतिशत आपको पसंद नहीं करेंगे, परंतु आप उन्हें ऐसा नहीं करने के लिए मना सकते हैं।
आप जिनसे मिलेंगे, उनमें से 25 प्रतिशत आपको पसंद करेंगे, परंतु वे भी ऐसा नहीं करने के लिए किसी के द्वारा उकसाए जा सकते हैं।
25 प्रतिशत आपको पसंद करेंगे और आपके साथ रहेंगे, भले ही कोई कुछ भी कहता रहे।
इन आंकड़ों को देखने के बाद हमें स्वीकृति की चिंता से मुक्त हो जाना चाहिए। बस इतना ही जान लें कि आप जो भी करें, कुछ लोग आपको कभी पसंद नहीं करेंगे। फिर उन्हें जीतने के लिए अपनी ऊर्जा क्यों लगाना?
आप भले ही अपनी ओर से हर संभव कोशिश कर लें- उनकी तारीफ़ करें, सहानुभूति दिखा दें या फिर उपहार दे दें, परंतु फिर भी वे आपको कभी पसंद नहीं करेंगे।
Tips of Success
हर किसी को अपनी मर्ज़ी से बोलने का अधिकार होता है, जब तक कि वह कोई नियम नहीं तोड़ रहा हो। हमारे पास भी अधिकार है कि हम इस बारे में बुरा महसूस नहीं करें। उनके पास अपनी बात कहने का हक़ है और हमारे पास उसे अनसुना करने का हक़ है।
लोग हमारे बारे में क्या कहते-सुनते हैं, उससे यह तय नहीं होता कि हम क्या हैं। उनके विचारों या मतों से हमारा मूल्य नहीं आंका जा सकता। बेहतर होगा कि हम उनकी बातों को उसी तरह नकार दें, जैसे कमल के पत्ते से जल की बूंद फिसल जाती है।
लोग हमारे बारे में क्या कहते-सुनते हैं, उससे यह तय नहीं होता कि हम क्या हैं। उनके विचारों या मतों से हमारा मूल्य नहीं आंका जा सकता। बेहतर होगा कि हम उनकी बातों को उसी तरह नकार दें, जैसे कमल के पत्ते से जल की बूंद फिसल जाती है।
हमें यह मानकर चलना होगा कि कुछ लोग हमेशा हमारे ऊपर कचरा डालेंगे। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि वे ग़ुस्से, कुंठा, व्यग्रता और निराशा से भरे हुए हैं।
जब उनके भीतर कचरा ज़्यादा हो जाता है, तो उसे कहीं बाहर उलीचना चाहते हैं। अगर वे आपके साथ ऐसा करें, तो इसे निजी रूप से नहीं लें। बस उन्हें शुभकामनाएं देकर आगे बढ़ जाएं।
जब लोग आपसे कहें कि आप अपने लक्ष्य प्राप्त नहीं कर सकते, तो उनकी बातें अनसुनी कर दें। अगर आपके दिल में कोई सपना हो, तो सकारात्मक और आशावादी बनें।
भले ही आपके आसपास सभी नकारात्मक और निराशावादी ही क्यों न हों। स्वयं से कहे, ‘मैं अपनी ओर से पूरी कोशिश करूंगा, फिर ईश्वर की कृपा से जीत मेरी होगी।’