Facts: परमहंस योगानंद के जीवन से जुड़े 10 अनसुने तथ्य
परमहंस योगानंद एक भारतीय हिंदू भिक्षु, योगी और गुरु थे।
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परमहंस योगानंद ने अपने संगठन सेल्फ़-रियलाइज़ेशन फ़ेलोशिप (SRF) के माध्यम से लाखों लोगों को ध्यान और क्रिया योग की शिक्षाओं से परिचित कराया, जिसे भारत की योगदा सत्संग सोसाइटी (YSS) के रूप में भी जाना जाता है।
#तथ्य 1
पश्चिमी देशों में परमहंस योगानंद को योग का जनक कहा जाता है।
# तथ्य 2 परमहंस व्हाइट हाउस में मेजबानी करने वाले पहले प्रमुख भारतीय थे।
# तथ्य 3 योगानंद ने 1946 में अपनी पुस्तक, एक योगी की आत्मकथा प्रकाशित की थी।
योगानंद ने पश्चिम बंगाल के दिहिका में 1917 में लड़कों के लिए एक स्कूल की स्थापना की।
#तथ्य 4
#तथ्य 5
परमहंस योगानंद ने सेल्फ़-रियलाइज़ेशन फ़ेलोशिप की स्थापना की थी।
# तथ्य 6
योगानंद अमेरिका में अपने जीवन का एक बड़ा हिस्सा बिताने वाले योग के पहले हिंदू शिक्षक थे।
# तथ्य 7
सन् 1935 में योगानंद अपने योगदा सत्संग कार्य को स्थापित करने के लिए भारत लौटे थे।
#तथ्य 8
परमहंस को एफबीआई और ब्रिटिश अधिकारियों ने निगरानी में रखा था।
# तथ्य 9
1946 में योगानंद देशीयकृत अमेरिकी नागरिक बने।
#तथ्य 10
अपनी मृत्यु से पहले के दिनों में, योगानंद ने अपने शिष्यों को संकेत दिया था कि उनका दुनिया छोड़ने का समय आ गया है।