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Nurses Day क्यों मनाया जाता है, भारत में नर्स की कैसी स्तिथि है जानिए

पूरे विश्व में हर साल अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस 12 मई को मनाया जाता है।
Nurses Day
12 मई को नर्स दिवस मनाने के लिए इसलिए चुना गया, क्योंकि इस दिन नर्सिंग की संस्थापक दार्शनिक फ्लोरेंस नाइटिंगेल की जयंती होती है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस 2022 की थीम 'नर्सें: नेतृत्व करने के लिए एक आवाज - नर्सिंग से जुड़ें और वैश्विक स्वास्थ्य को सुरक्षित करने के अधिकारों का सम्मान करें' रखी है।
एक नर्स मानव समाज को देखभाल और स्नेह के बंधन से बांधती है। नर्स देखभाल के साथ साथ मार्मिक कहानियों और चुनौतियों के बीच एक सेतु का कार्य करती है।
Nurses Day
नर्सिंग का दायरा केवल अस्पताल तक सीमित नहीं है। एक नर्सें पूरी दुनिया में मानव जीवन को बचाने में सबसे महत्वपूर्ण योगदान देती है।
Nurses Day
विश्व स्तर पर प्रति 10 हजार लोगों की देखभाल के लिए लगभग 36.9 नर्सें हैं।
अफ्रीकी क्षेत्र की तुलना में अमेरिका में लगभग 10 गुना अधिक नर्सें हैं।
Nurses Day
2030 तक दुनिया भर में 5.7 मिलियन से अधिक नर्सों की कमी होगी।
भारत में वर्ष 2018 तक 1.56 मिलियन से अधिक नर्स और 772,575 नर्सिंग सहयोगी थे। इसमें से पेशेवर नर्सों की हिस्सेदारी 67 फीसदी है।
Nurses Day
भारत में हर साल नर्सिंग के लिए 322,827 स्नातक उम्मीदवारों को प्रशिक्षण दिया जात है।
Nurses Day
भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र में नर्सों की हिस्सेदारी 47 प्रतिशत है। भारत में 88 प्रतिशत महिलाएं नर्स है। विश्व में 90 प्रतिशत महिलाएं नर्स हैं।
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